प्रत्नकीर्तिमपावृणु = कर प्रयत्न; कि पुरखों की थाती, पहुंचे उनकी सन्ततियों तक.

‘प्रत्नकीर्ति’ : संस्थान की षाण्मासिक समीक्षित शोध-पत्रिका